प्राकृतिक आपदाओं के निवारण के उपाय निम्नलिखित हैं –
1. प्राकृतिक आपदा; जैसे- भूकम्प, सुनामी, बाढ़, सूखा व आग आदि के घटित होते ही सम्बन्धित लोगों में सूचना का पहुँचना अति आवश्यक होता है। सही विस्तृत, सूचना जितनी अधिक-से-अधिक सम्बन्धित लोगों में जितनी जल्द पहुँचेगी पीड़ित लोग उसी के अनुसार समायोजित करने का प्रयास करेंगे।
2. प्राकृतिक आपदाग्रस्त लोगों को विश्वास दिलाया जाना चाहिए कि उन तक आवश्यक सहायता जल्द से जल्द पहुँच रही है। ऐसे में शान्ति, सौहार्द्र तथा सहायतापरक व्यवहार बनाए रखना चाहिए।
3. सरकारी एवं गैर-सरकारी संगठनों को चाहिए कि पीड़ित व्यक्तियों की अधिक-से-अधिक सहायता समय पर करें, जिससे लोगों की आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके एवं उनका समायोजन न बिगड़े।
4. प्राकृतिक आपदाओं के समय उचित दिशा-निर्देश के आधार पर प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए, जिससे लोगों की उचित समय पर सही व सच्ची सेवा हो सके।
5. आपदाग्रस्त क्षेत्र के लोगों को आपदा से उत्पन्न समस्याओं का निराकरण करने के उपाय समझाए जाने चाहिए। उन्हें आपदा से सम्बन्धित सूचनाएँ प्रदान कर जागरूक किया जाना चाहिए।
6. प्राकृतिक आपदा की स्थिति में अनेक व्यक्ति मानसिक रोगों से ग्रस्त हो जाते हैं। ऐसे व्यक्तियों के लिए विशेष डॉक्टरों की टीम की व्यवस्था की जानी चाहिए। उनके लिए विशेष दवाइयों, औषधियों व आराम की समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए।
7. प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में लोगों को जल्द से जल्द लोगों की आवश्यक आवश्यकताओं की पूर्ति की जानी चाहिए। अत: उपर्युक्त उपायों के आधार पर प्राकृतिक आपदाओं का निराकरण किया जा सकता है।