उद्यमिता के विकास से देश में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसरों का सृजन होता है। देश में नवीन उद्योगों की स्थापना, संचालित उपक्रमों के विकास व विस्तार, नवीन व आधुनिक तकनीकी के प्रयोग आदि के परिणामस्वरूप, रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध होते हैं। इससे कृषि, सेवा, व्यापार आदि क्षेत्रों में भी रोजगार में वृद्धि होती रहती है।