बिक्री के आधार पर बाजार को निम्न दो भागों में बाँटा जाता है –
1. खुदरा बाजार – जिस बाजार में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में वस्तुएँ सीधे उपभोक्ताओं को बेची जाती है उसे खुदरा बाजार कहते हैं।
जैसे – मोहल्ले की किराने की दुकान, कपड़े की दुकान, मिठाई की दुकान आदि।
2. थोक बाजार – इस बाजार में वस्तुओं का क्रय-विक्रय बड़ी मात्रा में किया जाता है। इस बाजार में थोक व्यापारी खुदरा व्यापारियों को वस्तुएँ बेचते हैं। थोक का कपड़ा बाजार, दवा बाजार आदि।