भारतीय सभ्यता पर सिन्धु घाटी की सभ्यता का व्यापक प्रभाव है। सिन्धु घाटी सभ्यता के कुछ प्रभाव हमारे आज के जीवन में स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर होते हैं
1. धार्मिक समानता – सिन्धु सभ्यता के पूज्नीव पशुपति शिव, मातृदेवी की पूजा, बैल तथा अन्य पशुओं की उपासना, जल की पवित्रता, धार्मिक अवसरों पर स्नान, ये सभी परम्पराएँ आज भी भारतीय जीवन में परिलक्षित होती हैं।
2. आभूषण एवं श्रृंगार – सिन्धु सभ्यता में स्त्री एवं पुरुष दोनों ही आभूषण प्रेमी थे। प्राप्त अवशेषों में जो आभूषण मिले हैं उनमें गले के आभूषण, पैरों की पायल, करधनी आदि प्रमुख हैं जो आज भी स्त्रियाँ अपनी सज्जा के लिए प्रयोग करती हैं।
2. नगर नियोजन – आधुनिक नगरों के अनुसार सिन्धु घाटी के नगर भी योजना के अनुसार बनाए जाते थे। चौड़ी सड़कें और गलियाँ, जल निस्तारण की व्यवस्था, सार्वजनिक मालगोदाम, स्नानागार आदि इस बात के साक्ष्य हैं।
3. निवास स्थान – सिन्धु सभ्यता के भवनों में आज की भाँति प्रवेश द्वार, आँगन, स्नानगृह, सीढ़ियाँ आदि होती थीं।