1. शिखर सम्मेलन – सार्क की सर्वप्रथम संस्थाओं में शिखर सम्मेलन की गणना की जाती है, जहाँ विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श होता है।
2. तकनीकी समितियाँ- इसमें सभी सदस्य राष्ट्रों के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाता है ताकि सहयोग के प्रत्येक क्षेत्र में सारे प्रोग्राम को क्रियान्वित, समन्वित तथा प्रबोधित किया जा सके।
3. स्थायी समिति – इस समिति को वर्ष में एक बार अपनी बैठक करनी होती है, परन्तु यदि सदस्य आवश्यक समझें तो अधिक बैठकें भी की जा सकती हैं। इस समिति का मुख्य कार्य नीति – निर्माण, योजनाओं तथा परियोजनाओं के लिए आकार तैयार करना आदि शामिल हैं।
4. कार्यवाहक समिति – इस तरह की समितियाँ उन योजनाओं में कार्यान्वयन के लिए बनायी जाती हैं, जिनमें दो से अधिक राष्ट्र शामिल हों। कार्यवाहक समितियों का गठन स्थायी समिति की स्वीकृति से ही किया जा सकता है। इसके अलावा इसमें वित्तीय व्यवस्थाएँ, सचिवालय तथा मंत्रिपरिषद् आदि संस्थाएँ शामिल हैं।