फीचर क्या है- इस सम्बन्ध में कुछ विद्वान् 'मनोरंजक ढंग से लिखे गये प्रासंगिक लेख' को फीचर मानते हैं तथा कुछ इसे 'विविध क्षेत्र की हलचलों का शब्द-चित्र' बतलाते हैं । वस्तुतः फीचर सामाजिक घटनाओं के पूर्वापर सम्बन्धों एवं सम्भावनाओं की रोचक व्याख्या या कलात्मक प्रस्तुतीकरण होता है। फीचर एवं समाचार में पर्याप्त अन्तर होता है।
इनमें तीन अन्तर ये हैं-
- फीचर-लेखन और समाचार-लेखन है।
- फीचर-लेखन में निजी दृष्टिकोण रहता है जबकि समाचार-लेखन में वस्तुनिष्ठता रहती है।
- फीचर अतीत-वर्तमान की किसी घटना पर लिखा जाता है जबकि समाचार समकालीन या तात्कालिक घटना पर आश्रित होता है।
- फीचर लेखन का विषय कुछ भी हो सकता है, परन्तु समाचार-लेखन में विषय नियत रहता है।