निम्नांकित अपठित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
भर रही कोकिला इधर तान,
मारू बाजे पर उधर गान,
है रंग और रण का विधान,
मिलने आये हैं आदि-अंत,
वीरों का कैसा हो वसंत?
गलबाँहें हों यां हो कृपाण,
चल-चितवन हो, या धनुष-बाण,
हो रस-विलास, या दलित-त्राण,
अब यही समस्या है दुरन्त,
वीरों का कैसा हो वसंत?
(अ) 'है रंग और रण का विधान'-इस पंक्ति में किस स्थिति का वर्णन है?
(ब) इस काव्यांश में प्रकृति किस रूप में चित्रित हुई है?
(स) "अब यही समस्या है दुरन्त"-इसका आशय स्पष्ट कीजिए।
(द) "वीरों का कैसा हो वसन्त"-इससे किन भावों की व्यंजना हुई है?
(य) 'मिलने आये हैं आदि-अन्त' इसका क्या तात्पर्य है?
(र) इस काव्यांश में कौनसी ऋतु का वर्णन हुआ है।।