Use app×
QUIZARD
QUIZARD
JEE MAIN 2026 Crash Course
NEET 2026 Crash Course
CLASS 12 FOUNDATION COURSE
CLASS 10 FOUNDATION COURSE
CLASS 9 FOUNDATION COURSE
CLASS 8 FOUNDATION COURSE
0 votes
3.4k views
in Biology by (49.3k points)
closed by

कीट परागित पुष्यों की विशेषताएँ एवं अनुकूलन लिखिए।

1 Answer

+1 vote
by (48.2k points)
selected by
 
Best answer

कीटपरागित पुष्यों की विशेषताएँ एवं अनुकूलन-

  1. पुष्प, कीटों को आकर्षित करने के लिए रंगीन होते हैं। शलभ (Moth) सफेद पुष्पों की ओर आकर्षित होते हैं। लाल पुष्पों द्वारा तितलियाँ (Butterflies) एवं बरं (Wasp) को आकर्षित किया जाता है। नीले, बैंगनी, पीले पुष्प मधुमक्खियों को आकर्षित करते हैं। मधुमक्खियाँ कभी-कभी लाल पुष्पों पर भी जाती हैं।
  2. कीट परागित पुष्पों के बाह्यदल (Sepals) तथा दल (Petals) पूर्ण विकसित होते हैं।
  3. दल प्रायः रंगीन एवं चमकीले होते हैं। जिन पुष्पों में रंग आकर्षण नहीं होता उनमें पुष्प के अन्य भाग रंगीन एवं आकर्षक होते हैं। जैसे बोगेनविलिया के रंगीन सहपत्र (Bracts), यूफोर्बिया एवं पोइनसेटिया में इनवोल्यूकर (Invalucre) यूफोर्बिया फ्ल्चेराइमा की रंगीन पत्तियाँ, केले और कचालू में स्पेथ (Spathe), मुसैण्डा में एक बाह्यदल बड़ा और आकर्षक होता है एवं अकेसिया और मिमोसा के पुंकेसर रंगीन होते हैं।
  4. पुष्प प्रायः बड़े आकार के होते हैं जिससे ये कीटों को दूर से ही दिखाई दे जाते हैं। जहाँ पुष्प छोटे होते हैं वहाँ ये आकर्षक गुच्छों के रूप में पाए जाते हैं।
  5. पुष्प प्रायः विभिन्न प्रकार की गंध उत्पन्न करते हैं, जो कीटों को अपनी ओर लुभाती हैं; जैसे- बेला, गुलाब, गैंदा, चम्पा, रात की रानी, चमेली, हर सिंगार आदि। कुछ पौधों के पुष्पों से विशेष प्रकार की दुर्गन्ध आती है जो विशेष कीटों को अपनी ओर लुभाती है जैसे-एरिस्टोलोकिया, एरम, रैफ्लेशिया आदि। रेफ्लेशिया के पुष्प में से सड़ते मांस जैसी दुर्गन्ध आती है जो कैरियन मक्खियों को परागण के लिए आकर्षित करता है।
  6. आने वाले कीट को या तो मकरन्द (Nacter) जैसे-अधाटोडा, बटरकप, बेला, लार्कस्पर आदि या खाने वाले परागकण जैसे- मैग्नोलिया, पैपावर, गुलाब, क्लीमेटिस आदि प्राप्त होते हैं। मधुमक्खियाँ पुष्पों पर मकरन्द एवं परागकण दोनों के लिए आती।
  7. अधिकतर पुष्पों में कीटों को बैठने के लिए उचित स्थान होता है। कुछ पुष्पों में दलों पर विशेष चिन्ह होते हैं जो कीटों को मकरन्द तक पहुँचने के लिए पथ प्रदर्शक का कार्य करते हैं; जैसे- वायोला में
  8. कीट परागित पुष्पों के परागकण पीले रंग के चिपचिपे पदार्थ से ढके होते हैं जिसे पौलिन किट (Pollen kit) कहते हैं जिसकी सहायता से ये कीटों से आसानी से चिपक जाते हैं।
  9. प्रायः पुंकेसर और वर्तिकाग्र अन्दर की ओर होते हैं। वर्तिकाग्र चिपचिपे होते हैं।
  10. पुष्प एवं उसके दल इतने मजबूत होते हैं कि वे कीट का भार वहन कर सकें। कुछ पुष्प कीटों को रहने का स्थान भी प्रदान करते हैं।

Welcome to Sarthaks eConnect: A unique platform where students can interact with teachers/experts/students to get solutions to their queries. Students (upto class 10+2) preparing for All Government Exams, CBSE Board Exam, ICSE Board Exam, State Board Exam, JEE (Mains+Advance) and NEET can ask questions from any subject and get quick answers by subject teachers/ experts/mentors/students.

Categories

...