पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आस-पास चौबीस परगना, हाबड़ा और हुगली जिलों में सूती कपड़े की मिलें स्थापित हैं।
यहाँ सूती वस्त्र उद्योग के स्थानीयकरण के प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं –
- कोलकाता बन्दरगाह एवं दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों से निकटता।
- आयात की सुविधा।
- रानीगंज एवं झरिया से कोयले की प्राप्ति।
- विकसित परिवहन तन्त्र
- कोलकाता में पूँजी व अन्य व्यापारिक सुविधाओं की प्राप्ति।
- आर्द्र एवं नम जलवायु।
- विशाल स्थानीय बाजार तथा
- पूर्वोत्तर राज्यों का उद्योगों में पिछड़ा होना आदि।