"प्रेम गली अति सांकरी तामे दो न समाई" एक गुजराती कविता की पंक्ति है जिसका अर्थ है "प्रेम की गली बहुत ख़तरनाक है, तुम उसे दोनों मिलकर नहीं संभाल सकते।"
यह पंक्ति प्रेम और संबंधों की महत्वपूर्ण बातों को संक्षेप में व्यक्त करती है। इसमें प्रेम की गली को एक मजबूत सड़क के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है जो ख़तरनाक और सांकरी होती है। इसका मतलब है कि प्रेम और संबंधों में हमेशा रिस्क होता है और इन्हें संभालना और निभाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
इस पंक्ति में संदर्भ स्वरूप उपयोग नहीं किया गया है, लेकिन इसे कवि ने इस्तेमाल किया है ताकि पढ़ने वाले को संदर्भ की तलाश करने पर विचार करने के लिए प्रेरित किया जाए। इस पंक्ति का उदाहरण देकर कवि ने एक मानवीय अनुभव को सामान्यरूप में व्यक्त कर दिया है ताकि यह कविता के पाठकों में संबंधों और प्रेम के विभिन्न पहलुओं पर विचार करने की प्रेरणा पैदा कर सके।