भौगोलिक सूचना तंत्र के उपयोग का क्षेत्र निम्नानुसार है
1. वन संसाधनों के संरक्षण व प्रबन्धन में –
- वनाग्नि मानचित्र।
- जैव विविधता का संरक्षण।
- पर्यावरणीय प्रभावों का अध्ययन।
- वन आवरण मानचित्र।
2. जल संसाधन संरक्षण व नियोजन में –
- धरातलीय जल संसाधन का मानचित्रण।
- बाढ़ से हानि का मूल्यांकन।
- जलग्रहण प्राथमिकता।
- बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का मानचित्रण।
3. मृदा संसाधन संरक्षण में –
- मृदा मानचित्र।
- मृदा का आकलन।
- लवणीय तथा क्षारीय मृदाओं का मानचित्र।
- भू-सिंचाई योग्यता मानचित्र।
4. कृषि संसाधन संरक्षण में –
- फसल क्षेत्र के उत्पादन का आकलन।
- सूखे का मूल्यांकन।
- फसल उत्पादकता मॉडलों का विकास।