चार्ली चैप्लिन का व्यक्तित्व मुखर, प्रभावशाली एवं सुलझा हुआ था। वह हँसमुख आदमी थे। प्रत्येक व्यक्ति के लिए दूसरों पर हँसना आसान कार्य है लेकिन स्वयं को हँसी का पात्र बनाना उतना ही मुश्किल होता है। चार्ली के व्यक्तित्व की सबसे बड़ी विशेषता यही रही कि उन्होंने इस कठिन कार्य को आसान कर दिखाया। वह फिल्मों में गंभीर से गंभीर विषयों पर स्वयं हँसते थे और कब करुणा को हास्य में परिवर्तित कर देते थे, पता ही नहीं चलता था।
चार्ली ने अपने जीवन में इतनी बेहतरीन फिल्में बनाईं कि आज भी आम आदमी आनन्द का अनुभव करता है। चार्ली चैप्लिन हास्य फिल्मों का महान अभिनेता और निर्देशक था। उसका चमत्कार था कि पागलखाने के मरीज से लेकर आईंस्टाइन जैसे महान प्रतिभा सम्पन्न व्यक्ति भी उसकी फिल्मों को सूक्ष्मतम रसास्वादन के साथ देख सकते थे।