आम्बेडकर ने प्रमुख कारण जाति-प्रथा, जाति पर आधारित श्रम का दोषपूर्ण विभाजन, श्रमिकों की क्षमता का आकलन किये बिना उनका अस्वाभाविक विभाजन और वंशानुगत रोजगार से बँध जाना बताये हैं। इन कारणों से उनकी स्वाभाविक प्रेरणा, रुचि और आत्मशक्ति दब जाती है। इससे उनका विकास रुक जाता है।