रुधिर के कार्य (Functions of Blood)
- आहारनाल (Elementary canal) में पचे हुए और अवशोषित किए गए पोषक पदार्थों को शरीर के विभिन्न भागों में पहुँचाना।
- श्वसनांगों से ऑक्सीजन को लेकर शरीर की विभिन्न कोशिकाओं में पहुँचाना ।
- कोशिकीय श्वसन (Cellular respiration) क्रिया में उत्पन्न कार्बन-डाईऑक्साइड को श्वसनांगों में छोड़ना।
- अमोनिया, यूरिया, अम्ल आदि हानिकारक पदार्थों को उत्सर्ज। अंगों (वृक्कों) तक पहुँचाना।
- हॉरमोन्स, एन्जाइम्स एवं एन्टीबॉडीज (Antibodies) का स्थानान्तरण करना।
- हानिकारक जीवाणुओं, विषाणुओं (Viruses) व रोगाणुओं के आदि का भक्षण करके शरीर की रोगों से सुरक्षा प्रदान करना।
- शरीर के सभी भागों में तापमान का नियंत्रण करना और उसे एकसमान बनाए रखना।
- चोट लगने पर रुधिर बहकर बाहर जाने से रोकने के लिए थक्का जमाने का कार्य करना।
- आवश्यक पदार्थ पहुँचाकर आहत भागों में घावों (Wounds) को भरने में मदद करना।
- मृत वे टूटी-फूटी कोशिकाओं को यकृत एवं प्लीहा में ले जाकर नष्ट करना।
- शरीर के विभिन्न अंगों के बीच समन्वय स्थापित करना और शरीर के अन्त:वातावरण का नियंत्रण करना।