निष्कर्षण की विभिन्न विधियों से प्राप्त धातु अशुद्ध (Impure) होती है। इसे कच्ची धातु (Crude Metal) कहते हैं। इसमें निम्न अशुद्धियाँ मिश्रित होती हैं जिन्हें दूर किया जाना आवश्यक होता है –
- धातुओं के अन अपचयित ऑक्साइड
- धातुमल तथा गालक
- अन्य अवांछित धातुएँ
- अधातुएँ जैसे-c, Si, P, S, As आदि।
धातु एवं इनमें उपस्थित अशुद्धियों की प्रकृति/गुण के आधार पर इनके शोधन की कई विधियाँ प्रयोग में लायी जाती हैं। जिनमें से कुछ निम्नवत् हैं –
(क) आसवन (Disitillation)
(ख) द्रवीकरण (या गलन परिष्करण) (Liquification)
(ग) दण्ड विलोडन (Polling)
(घ) विद्युत् अपघटनी शोधन (Electrolytic Refining)
(च) क्षेत्र परिशोधन (Zone Refining)
(छ) वाष्प प्रावस्था परिष्करण (Vapour Phase Refining)
(i) मॉण्ड प्रक्रम (Mond’s Process)
(ii) वॉन आर्केल विधि (Van Arckel Method)
(ज) वर्णलेखिकी (क्रोमेटोग्राफी) (Chromatography) विधि