बिहार में वन्य जीवन संरक्षण के लिए अधोलिखित कदम उठाये जा सकते हैं-
(i) वन विनाश पर विराम लगाया जाए, जिससे कि वन्य जीव का आश्रय स्थल मौलिक स्थिति में बना रहे।
(ii) आखेट पर पाबंदी लगाया जाए।
(iii) वन्य-प्राणियों के प्रजनन दर बढ़ाने के प्रयास किये जाएँ।
(iv) रासायनिक दवाओं के प्रभाव से भी वन्य जीवों की प्रजनन क्षमता खत्म हो रही है। ऐसे दवाओं के प्रयोग को भी प्रतिबंधित किया जाए।
(v) इस संदर्भ में सरकार को भी ध्यान देने की आवश्यकता है।
आज संरक्षण के क्षेत्र में कई स्वयंसेवी संस्थाएँ कार्य कर रही हैं, इनमें प्रयास, तरुमित्र, प्रत्युष, मंदार, नेचर क्लब प्रमुख हैं।