अभ्रक की उपयोगिता - अभ्रक एक विद्युतरोधी अधात्विक खनिज है। विद्युतरोधी होने के कारण इस खनिज का सर्वाधिक उपयोग विद्युत उपकरण के निर्माण में किया जात है। इसके अतिरिक्त इसका उपयोग साज-सज्जा सामग्रियाँ, रंग-रोगन की वस्तुओं के निमांग में भी होता है।
अभ्रक का वितरण - अभ्रक के उत्पादन में भारत विश्व का सिरमौर है। भारत में अभ्रक की तीन पेटियाँ हैं, जो बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश तथा राजस्थान राज्यों में विस्तृत है। भारत में अभ्रक के कुल भंडार 59065 टन है। बिहार एवं झारखंड में उत्तम कोटि के अभ्रक 'रूबी अभ्रक' का उत्पादन होता है। बिहार में गया, मुंगेर एवं भागलपुर जिलान्तर्गत इसके उत्पादन होते हैं। वहीं झारखंड में हजारीबाग, धनबाद, पलामू, राँची एवं सिंहभूम जिलों में अधर की खानें है। बिहार एवं झारखंड भारत के 80 प्रतिशत अभ्रक का उत्पादन करते हैं। आंध्र प्रदेश के नेल्लूर जिला, राजस्थान अंतर्गत उदयपुर, जयपुर, भीलवाड़ा, अजमेर आदि जिलों में अभ्रक के उत्खनन होते हैं।