तीन पादप हार्मोन मुख्यतः ऑक्जिन, जिबरेलिन एवं साइटोकाइनिन है।
इनके कार्य निम्न हैं-
ऑक्जिन
(a) यह तने के शीर्षस्थ भाग में कोशिका विभाजन को तेज कर देता है। जिससे लम्बाई में वृद्धि होती है।
(b) यह कोशिका दीर्घन एवं कोशिका-विभेदन को उत्प्रेरित करता है।
(c) यह बीजों के अंकुरण को बढ़ाता है।
जिबरेलिन
(a) यह पूरे पौधों में कोशिका-दीर्घन में सहायक होता है।
(b) यह अपस्थानिक जड़ों के विकास को रोक देता है।
(c) यह बीजहीन फलों के विकास में सहायक है।
साइटोकाइनिन
(a) ये हॉर्मोन वृद्धि को उत्प्रेरित करते हैं।
(b) ये हॉमॉन राइबोज न्यूक्लिक अम्ल (RNA) के उत्पादन में सहयोग करते हैं जो कि कोशिका निर्माण के लिए आवश्यक होता है।
(c) ये जिबरेलिन की भांति ही कोशिका-दीर्घन में सहायक होते हैं।