स्वस्थ नेत्र द्वारा अनंत पर रखी वस्तुओं से लेकर स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी (अर्थात् 25 cm) तक रखी हुई वस्तुओं को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। कई कारणों से नेत्र बहुत दूर स्थित या निकट स्थित वस्तुओं का स्पष्ट प्रतिबिंब रेटिना पर बनाने की क्षमता खो देता है। ऐसी कमी दृष्टि दोष कहलाती है।
मानव नेत्र में दृष्टि दोष मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं--
(i) निकट-दृष्टि दोष
(ii) दूर-दृष्टि दोष
(iii) जरा-दूरदर्शिता