ऊतक कोशिकाओं के बीच अवस्थित WBC सहित एवं RBC रहित रक्त-प्लाज्मा लसीका कहलाता है।
लसीका के कार्य
(i) लसीका शरीर की पोषण प्रक्रिया में भाग लेता है। उदाहरणार्थ, यह बड़े प्रोटीन अणुओं को, उन्हें ऊतकों से रुधिर में ले जाकर परिसंचरण में रखता है। लसीका पोषक प्रक्रिया के लिए पाचित वसा को भी ले जाता है।
(ii) लसीका, लसीका ग्रंथियाँ में उपस्थित लसीका कोशिकाओं की सहायता से शरीर ऊतकों से अप्रवाहित रोगाणुओं को मारकर तथा रोगप्रतिकारकों का निर्माण करके शरीर की रक्षा करता है।