जैव विविधता से तात्पर्य, जीव के विभिन्न रूपों में पाई जानेवाली विविधता से है। यह शब्द किसी विशेष क्षेत्र में पाये जानेवाले विभिन्न जीवों की ओर इंगित करता है। एक अनुमान के मुताबिक पृथ्वी पर जीवों की करीब एक करोड़ प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
ये हमारी धरा के अमूल्य धरोहर है। वन्य जीव सदियों से हमारे सांस्कृतिक एवं आर्थिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। इनसे हमें भोजन, वस्त्र के लिए रेशे, खाले आदि उत्पाद प्राप्त होते हैं। इनकी चहक और महक हमारे जीवन में स्फूर्ति प्रदान करते हैं। पारस्थितिकी के लिए यह श्रृंगार के समान हैं। भारत में इन्हें सदैव आदरभाव एवं पूज्य समझा गया है। मनीषियों के लिए प्रेरणा स्रोत तो सैलानियों के लिए आकर्षण का विषय रहा है।
ये पर्यावरण संतुलन के लिए अति आवश्यक है तथा हमारी भावी पीढ़ियों के लिए ये अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।