संक्रमण तत्वों के यौगिक अनुचुम्बकीय एवं रंगीन होते हैं क्योंकि इनके d-orbital में अयुग्मित इलेक्ट्रॉन unpaired electrons उपस्थित होते हैं। जब इलेक्ट्रॉन निम्न उपकक्षा से उच्च ऊर्जा उपकक्षा में जाने के लिए ऊर्जा का अवशोषण करता है, तो यह ऊर्जा अवशोषित प्रकाश के आवृत्ति (frequency) के बराबर होती है। यह आवृत्ति दृश्य क्षेत्र में होता है। इस प्रकार संक्रमण यौगिकों का रंग अवशोषित प्रकाश का कम्पलेमेंट्री (complementry) होता है। रंग की व्याख्या d-d संक्रमण (d-d transition) एवं आवेश स्थानान्तरण (charge transfer) के आधार पर की जाती है। संक्रमण यौगिक में एक या अधिक इलेक्ट्रॉन अयुग्मित होते हैं।