कोशिका का शक्तिगृह माइटोकॉण्डिया को कहते हैं। इसके निम्नलिखित कार्य हैं:
इसे कोशिका का पावर हाउस या शक्तिगृह कहा जाता है क्योंकि ऑक्सीश्वसन के दौरान निकलने वाली ऊर्जा ATP के रूप में संग्रहित होती है। जैविक कार्यों के लिये जब भी ऊर्जा की आवश्यकता होती है, इस ATP का ही उपयोग होता है। एक ATP के टूटने पर 7.3K. Cal. ऊर्जा निकलती है।

श्वसन के दौरान ग्लाइकोलिसिस क्रिया कोशिकाद्रव्य में होती है। इस समय ग्लूकोज अणु से दो पाइरुविक अम्ल अणु बनते हैं। पाइरुविक अम्ल माइटोकॉण्डिया में प्रविष्ट कर क्रेब्स चक्र के द्वारा ATP. CO2 व H2O बनाते हैं।
यह प्रकाश - श्वसन की क्रिया में भाग लेने वाला प्रमुख कोशिकांग है।