वह कोशिका विभाजन जिससे बनने वाली पुशी कोशिकाओं में गुणसूत्र संख्या मातृ कोशिका की आधी रह जाती है, अर्धसूत्री विभाजन कहलाता है। अर्धसूत्री विभाजन के द्वारा द्विगुणित मातृ कोशिका से चार अगुणित कोशिकाएँ बनती हैं।
उपांतिभवन (Terminalization): कोशिका विभाजन की प्रथम प्रोफेज की डिप्लोटीन अवस्था के दौरान समजात गुणसूत्रों के बने जोड़े अर्थात् बुग्ली (bivalent) के दोनों गुणसूत्र एक-दूसरे से जिप की भौति पृथक् होने लगते हैं। यह अलगाव प्राय: गुणसूत्र बिन्दु (सेन्ट्रोमीयर) से प्रारम्भ होकर सिरों की तरफ होता है। इस प्रकार के अलगाव को उपांतिभवन कहते हैं।