प्रबन्ध पेशे के रूप में :- प्रबंध की प्रकृति को पूर्ण रूप से समझने के लिए यह भी जानना भी महत्वपूर्ण है कि क्या प्रबंध एक पेशा है? पूर्व में स्वामित्व और प्रबंध में पृथकता पर कम ही जोर दिया जाता था। पूंजीपतियों का यही प्रयास रहता था कि वे ही पूंजी लगाएं और अपनी पूंजी को संरक्षित रखने के लिए स्वयं प्रबंध में सक्रिय भागीदारी निभाएँ परन्तु गत दशकों से इस विचारधारा में परिवर्तन आया। अब विश्व में प्रबंध को पेशे के रूप में मान्यता मिलने लगी है। स्वामित्व व प्रबंध को अलग-अलग माने जाना लगा है। जिस प्रकार डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टर्ड एकाउंटेण्ट आदि के पेशे हमारे मस्तिष्क में उभरते है ठीक उसी प्रकार प्रबंध भी पेशे के रूप में सामने आने लगा है।