बोर की दो मान्यताएँ हैं-
(i) बिना ऊर्जा विकरित करते हुए इलेक्ट्रॉन किसी एक अनुमत कक्ष में परिक्रमा कर सकता है।
r त्रिज्या के अनुमत कक्ष के लिए-
\(mv.2\pi r = nh ,\)
जहाँ mv = इलेक्ट्रॉन का संवेग, h = प्लांक का नियतांक एवं n = मुख्य क्वांटम संख्या।
(ii) अनुमत कक्ष \(En_{2}\) से अनुमत कक्ष \(En_{1} (< En_ 2 )\) में क्वांटम-कूद करने पर v आवृत्ति का विकिरण उत्सर्जित होती है, जहाँ
\(En_{2} - En_{1} = hv.\)