क्रिप्स मिशन 1908 में भारत आया था। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य भारत में गुजराती समाज में सामाजिक सुधार एवं शिक्षा के क्षेत्र में कदम बढ़ाना था। इसके अध्यक्ष सर बैरन क्रिप्स थे जिन्होंने इस मिशन के अंतर्गत समाज के पिछडे वर्गों में आधुनिक विचारधारा, शिक्षा और सत्यमेव जयते के सिद्धांतों का प्रसार करने का प्रयास किया।