अशोक के अभिलेख, शिलालेख और स्तंभ भारतीय इतिहास में धमनिरपेक्षता, अहिंसा और नैतिकता के संदेश को दर्शाते हैं। इनमें उन्होंने बौद्ध सिद्धांतों को प्रचारित किया तथा अपने प्रशासन में दयालुता और न्याय का आदर्श स्थापित किया। ये अभिलेख न केवल राजनीतिक और सामाजिक नीतियों का प्रमाण हैं, बल्कि प्राचीन भारतीय सभ्यता की उन्नत सोच और धर्मनिरपेक्षता की झलक भी प्रस्तुत करते हैं।