कंपनी बाग में अब न तोप का आतंक है और न अंग्रेजों का। वह लोग सुबह-शाम घूमने के लिए आते हैं। पर्यटन के लिए आने वालों को तोप अपने बारे में यह बताती है कि कभी वह (तोप) बहुत शक्तिशाली थी। उसने उस समय अच्छे-अच्छे वीरों को मौत की नींद सुला दी थी। उस समय लोगों के मन में इसका खौफ़ था। वे तोप के पास आने से बचते थे।