अंग्रेजी शासन काल और स्वतंत्रता के बाद कंपनी बाग की दशा में बहुत बदलाव आया है। अंग्रेजों के समय कंपनी में अंग्रेजों का आतंक छाया रहता था। इस बाग के मुहाने पर रखी तोप गरज उठती थी। लोग वहाँ जाने से डरते थे और बचते थे। आज़ादी के बाद कंपनी बाग की स्थिति विरासत जैसी हो गई। अब वहाँ आने-जाने के लिए न कोई प्रतिबंध और न डर। लोग पर्यटन स्थल मानकर यहाँ घूमने आते हैं और बच्चे खेलते हैं।