बच्चा कोमल तथा निष्कपट स्वभाव का होता है। उसके लिए मजहब और जाति का कोई महत्त्व नहीं होता। वह तो इन सब बातों से अनजान होता है। उसे जहाँ भी प्यार और ममता मिलती है, उसी ओर बरबसे आकर्षित हो जाता है इसलिए तो इफ्फन की दादी का स्नेह और ममता टोपी को मज़हब और जाति की दीवारों के पार अपनी ओर खींच लेती है और दोनों अनजान होते हुए भी एक अटूट रिश्ते में बँध जाते हैं।