डॉ. पुण्यमचन्द ‘मानव’ भारत की धरती का वर्णन करते हुए उत्तर प्रदेश की विशेषताओं के बारे में बताते हैं कि उत्तर में उत्तर प्रदेश, काशी, प्रयाग, हरिद्वार जैसे पुण्य स्थल हैं। मल्लिक मुहम्मद जायसी, कबीर, तुलसीदास के उद्गार यहीं पर मिलते हैं। बद्रीनाथ, केदारनाथ जैसे तीर्थस्थल यहीं पर स्थित हैं। कृष्ण-कन्हैया की भूमि यहीं पर है। रावण, कंस जैसे दुष्ट राक्षसों का नाश इसी भूमि पर हुआ है। इस प्रकार कवि ने उत्तर प्रदेश को वीरों, सन्तों की भूमि कहा है।