ता: 25-05-2017
स्थल : सिड्लघट्टा
प्रिय मित्र चंद्रशेखर एम.एस.
नमस्कार,
मैं यहाँ कुशल हूँ। तुम्हारे कुशल के बारे में पत्र के द्वारा समझाइए। यहाँ पर मेरी पढ़ाई अच्छी तरह से चल रही है। यह पत्र लिखने का कारण यह है कि पिछले वर्ष की तरह मेरा जन्म दिवस इस वर्ष भी ता. 20-3-1986 को घर में धूम-धाम से मनाया जा रहा है। इसलिए आप माता-पिता के अनुमति लेकर एक दिन पहले घर ज़रूर आ जाना। यहाँ के सभी मित्र अच्छे हैं। हम सब एक जगह पर मिलने के बाद बैठकर मीठी-मीठी बातें भी करेंगे। घर में अपने माता-पिता को मेरा सादर प्रणाम कहना। मैं तुम्हारे पत्र का इंतज़ार में रहूंगा।
तुम्हारा प्रिय मित्र,
मूर्ति एम.एन.