समय सब से ज्यादा मूल्य है। क्योंकि धन आता जाता रहता है, लेकिन बीता हुआ समय वापस कभी नहीं आता है। समय गतिशील है। इसे कोई भी रोक नहीं पाता और बाँधा नहीं जा सकता। इसलिए समय के बारे में कबीरदास ने इस प्रकार कहा है – ‘कल का काम आज करना चाहिए और आज का काम अभी शुरू कर देना चाहिए।’
इसलिए समय का उपयोग, सही उपयोग, सदुपयोग करना बहुत आवश्यक है। समय का उपयोग हमारे काम और सोच-विचार पर निर्भर है। दिन में चौबीस घण्टे होते हैं। उनमें से नित्य कर्म का समय निकाल देने के बाद जो समय बचता है, उसे सही योजना बनाकर उपयोग में लाना ही समय का सदुपयोग है। समय पर उठना, समय पर सोना बहुत आवश्यक है। जो जल्दी उठते हैं, वे दिन भर के सभी काम समय पर ही पूरे कर सकते हैं।
प्रत्येक काम को समय के साथ करना। हमें भी समय के साथ-साथ निरंतर गतिशील रहना चाहिए। समय को अच्छी तरह से योजना बनाकर एक पल भी नष्ट किए बिना काम-काज करना है। वही आदमी समाज में आगे बढ़ सकता है। वह सुखी और स्वच्छंद से जीवन बीत सकता है। जो समय को महत्व नहीं देकर कामकाज ठीक तरह से नहीं करता है वह कभी भी समाज में आगे नहीं बढ़ सकता है। वह हर कदम-कदम पर ठोकर खाता-रहता है। इसलिए आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है कि हम समय का सही उपयोग करें।