यह भावना एक नायिका की है जो नायक से अपने मन की बात न लिखकर व्यक्त कर पा रही है न कहकर । यदि दो व्यक्तियों का एक-दूसरे से गहरा प्रेम है तो दोनों की भावनाएँ एक-दूसरे के प्रति लगभग समान होती हैं। इसी आधार पर नायिका को विश्वास है कि भले वह नायक पर अपनी भावनाएँ व्यक्त न कर पाए, किन्तु नायक के हृदय में भी वे ही भावनाएँ उठ रही होंगी जो वह अनुभव कर रही है।