जीवन परिचय-डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जन्म मध्यप्रदेश के एक छोटे गाँव ‘महू’ में 1891 ई. में हुआ था। इनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल तथा माता का नाम भीमाबाई था। दलित जाति से सम्बन्धित होने के कारण आपको अनेक बाध्Tओं तथा अपमान का सामना करना पड़ा। आप पढ़ाई-लिखाई में होशियार थे। अनेक बाधाओं से लड़ते हुए आप अध्ययन में लगे रहे। वित्तीय सहायता प्राप्त कर आप विदेशों में शिक्षा ग्रहण करने में सफल हुए। आपने कानून का अध्ययन किया और डाक्टरेट प्राप्त की। आप स्वतंत्र भारत में पहले कानून मंत्री बने। आप संविधान सभा के सदस्य रहे तथा भारतीय गणतंत्र के लिए संविधान बनाने में मदद की। आपने जाति प्रथा का विरोध किया तथा समतामूलक समाज की स्थापना के लिए संघर्ष किया। इस प्रसंग में आपने हिन्दू धर्म को छोड़कर बौद्ध धर्म को अपनाया। सन् 1956 में आपका देहान्त हो गया।
साहित्यिक परिचय-डॉ. अम्बेडकर हिन्दी के लेखक नहीं थे। आपने अँग्रेजी भाषा में ही पुस्तकें लिखीं। इन पुस्तकों का विषय भी साहित्यिक न होकर सामाजिक है।
रचनाएँ-आपकी अँग्रेजी भाषा में लिखी पुस्तकें अग्रलिखित हैं-द कास्ट्स इन इंडिया, देयर मेकेनिज्म, जेनेसिस एंड डेवलपमेंट, द अनटचेबल्स, हू आर दे?, हू आर द शूद्राज, बुद्धा एंड हिज धम्मा, थाट्स ऑन लिंग्युस्टिक स्टेट्स, द प्रॉब्लम ऑफ द रफपी, द एबोलुशन ऑफ प्रोविंशियल फायनांस इन ब्रिटिश इंडिया, द राइज एंड फॉल ऑफ द हिंदू वीमैन, एनीहिलेशन ऑफ कास्ट आदि। इनसे सम्बन्धित साहित्य भारत सरकार के कल्याण मंत्रालय द्वारा ‘बाबासाहब अम्बेडकर सम्पूर्ण वाङ्मय’ नाम से 21 खण्डों में प्रकाशित हो चुका है।