कठिन शब्दार्थ-अल्पमत = किसी बात के पक्ष में कम संख्या में लोगों का होना। बहुमत = अधिक संख्याबल। बागडोर = नियंत्रण। प्रहार = चोट।
सन्दर्भ एवं प्रसंग-प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक ‘सृजन’ से सफल प्रजातंत्रवाद के लिए आवश्यक बातें’ शीर्षक पाठ से लिया गया है। यह डॉ. अम्बेडकर द्वारा दिया गया एक भाषण है।
डॉ. अम्बेडकर ने प्रजातंत्र की सफलता के लिए कुछ आवश्यक बातें बताई हैं। प्रजातंत्र में बहुसंख्यक लोगों का शासन होता है। किन्तु संख्याबल के आधार पर उनको कम संख्या वाले लोगों पर अत्याचार, अनाचार नहीं करना चाहिए।
व्याख्या-डॉ. अम्बेडकर कहते हैं कि प्रजातंत्र की सफलता के लिए एक और भी बात महत्त्वपूर्ण है। वह यह है कि उसमें शासन सत्ता पर अधिकार पाने वाले लोगों की संख्या अधिक होती है। इस संख्या बल का उनको दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। उनको यह ध्यान रखना चाहिए कि जिनकी संख्या कम है, उनके अधिकारों का उल्लंघन न हो तथा उनके हितों को किसी प्रकार की चोट न पहुँचे। उनको यह विश्वास होना चाहिए कि बहुमत के हाथ में शासन का अधिकार होने पर भी उनको हानि नहीं पहुँचेगी तथा उन पर कोई अनुचित चोट नहीं करेगा। बहुमत तथा अल्पमत का इस प्रकार का व्यवहार प्रजातंत्र की सफलता के लिए अत्यन्त आवश्यक है।
विशेष-
(i) प्रजातंत्र में बहुमत को अल्पमत के हितों की सुरक्षा को ध्यान रखना चाहिए।
(ii) बहुमत को अल्पमत पर कोई अनुचित प्रहार नहीं करना चाहिए। अल्पमत को भी इससे आश्वस्त रहना चाहिए।
(iii) भाषा बोधात्मक तथा प्रवाहपूर्ण है।
(iv) शैली विचारात्मक है।