हुमायूँ को ममता का अपने ऊपर छल की शंका करना अच्छा नहीं लगता। उसे तैमूर के वंश में जन्म लेने पर गर्व है। वह ममता से छल नहीं कर सकता। इस समय वह बहुत थका है। उसे विश्राम की आवश्यकता है। रात में वह शत्रु के हाथ पड़ सकता है। अतः आश्रय चाहता है। भाग्यवश ही उसको याचना करनी पड़ रही है। यदि ममता को उस पर विश्वास नहीं है तो वह चला जाएगा।