A borrowed book is compared to a guest. A guest is always treated with great attention and care. It is compulsory for us to look after him in every manner. A borrowed book is needed great attention and care. We can neither mark it nor leave it in open. It needs to be taken care. We have aim to return the book back. That is why a borrowed book is compared to a guest.
उधार की पुस्तक की तुलना मेहमान से की गई है। मेहमान की ओर हमेशा बहुत ध्यान दिया जाता है। हमारे लिए यह अनिवार्य है कि हम हर प्रकार से उसकी देखभाल करें। उधार की पुस्तक को बहुत ध्यान और सावधानी की जरूरत होती है। हम पुस्तक पर कोई निशान नहीं लगा सकते हैं न ही हम उसे खुले में छोड़ सकते हैं। इस पर बहुत ध्यान की आवश्यकता होती है। पुस्तक को हम वापस करने का उद्देश्य भी रखते हैं। इसी वजह से उधार की पुस्तक की तुलना मेहमान से की गई है।