All his friends proved false. None came forward to help the poet in his hour of need. Then he realized that self-help was the best help. He turned to his ‘good right hand’ for help. His good right hand’ gave him strength to work hard and earn money. When all other friends failed, his good right hand’ came to his help and made him happy.
सभी दोस्त गलत साबित हुए। कवि की जरूरत के समय उसका कोई भी दोस्त सहायता करने के लिए नहीं आया। तब उसने यह महसूस किया कि स्वयं की सहायता सबसे अच्छी सहायता है। उसने अपने ‘उपयोगी दायाँ हाथ’ से सहायता लेना प्रारंभ कर दिया। उसके उपयोगी दाएँ हाथ’ ने उसे कठिन मेहनत करने तथा पैसा अर्जित करने हेतु सहायता करना प्रारंभ कर दिया। जब उसके सभी दोस्त असफल रहे, तब उसके उपयोगी दाएँ हाथ’ ने उसकी सहायता की तथा उसे प्रसन्नचित्त किया।