(i) आँच न आना-कोई नुकसान न होना।
प्रयोग शेयरों की उलटफेर में करीब-करीब सभी को घाटा हुआ, लेकिन रमेश भाग्यशाली रहा कि उसको कोई आँच न आई।
(ii) कान खड़े होना–सावधान हो जाना।
प्रयोग– जब से सुशील को चाँदी के काम में घाटा हुआ है तब से उसके कान खड़े हो गये और अब वह सावधानी से चलता है।
(iii) घी के दिये जलाना- बहुत खुशी मनाना।
प्रयोग– व्यापार में उम्मीद से ज्यादा मुनाफा होने पर सेठ लक्ष्मीचन्द के यहाँ घी के दिये जल रहे हैं।
(iv) चेहरे का रंग उड़ना-घबरा जाना।
प्रयोग-चोर ने चोरी के माल को ऐसी जगह छिपा दिया कि किसी को पता न चले; लेकिन जब पुलिस ने उसको पकड़ लिया तो उसके चेहरे का रंग उड़ गया।
(v) राई का पहाड़ बनाना-बड़ा-चढ़ा कर कहना।
प्रयोग-रमेश की तो आदत है कि वह हर घटना को राई का पहाड़ बनाकर बताता है।