• चटकाय - चटका कर
• बिथा - व्यथा
• गोय - छिपाकर
• अठिलैहैं - मजाक उड़ाना
• सींचिबो - सिंचाई करना
• अघाय - तृप्त
• अरथ - मायने
• थोरे - थोड़ा
• पंक - कीचड़
• उदधि - सागर
• नाद- ध्वनि
• रीझि - मोहित होकर
• मथे - मथना
• निज - अपना
• बिपति - मुसीबत
• पिआसो - प्यासा
• चित्रकूट - वनवास के समय श्री रामचन्द्र जी सीता और लक्ष्मण के साथ कुछ समय तक चित्रकूट में रहे थे।