कारकों की जानकारी के आधार पर हम खुद भी उन्नत बीज तैयार कर सकते हैं। इसके लिए हमें निम्न कार्य करना होगा-(i) समरूप कारकों को अलग करना होगा। (ii) विषम रूप कारकों को भी अलग करना होगा। (iii) समरूप कारकों की सहायता से सबसे शुद्ध उन्नत बीज प्राप्त कर सकते है।