(i) `(CN)_(2)` इस अभिक्रिया में `CN^(-)` आयन में अपचयित तथा `CNO^(-)` आयन में ऑक्सीकृत होता है। अतः यह एक असमानुपातन (disproportionation) अभिक्रिया है।
(ii) यह अभिक्रिया क्षारीय माध्य में हो रही है।
(ii) `(CN)_(2)` में न की ऑक्सीकरण संख्या `-3` से `CN^(-)` में `-2` तक बढ़ती है तथा `CNO^(-)` में `-5` तक घटती है।
(iv) यह अभिक्रिया एक रेडॉक्स अभिक्रिया का उदाहरण है।