Correct Answer - (i) `1.43 xx 10^(88)`, (ii) हाँ ।
(i) दी गई अभिक्रिया है ,
`3HC -= CH(g) hArr C_(6)H_(6)(g)`
इस अभिक्रिया के लिए,
`DeltaG^(@) = {sumDelta_(f)G_(("उत्पाद"))^(@) - sumDelta_(f)G_(("अभिकारक"))^(@)`
`={Delta_(f)G^(@)[C_(6)H_(6)(g)]} - {3xx Delta_(f) G^(@)[C_(2)H_(2)(g)]}`
`= (1.24 xx 10^(5)) -(3xx2.09 xx 10^(5))`
`DeltaG^(@) = -2.303 RT "log"_(10) K`
`"log"_(10)K = - (DeltaG^(@))/(2.303 RT)`
`= ((-5.03 xx 10^(5)))/(2.303 xx 8.314 xx 298)`
`= +88.155`
अतः `K = "antilog"_(10)(88.155) = 1.43 xx 10^(88)`
(ii) अग्र अभिक्रिया के लिए `DeltaG` का मान ऋणात्मक है, यह अग्र दिशा में स्वतः प्रवर्तित होगी । साम्य स्थिरांक , K का अत्यधिक उच्च मान `(1.43 xx 10^(88))` दर्शाता है की अभिक्रिया अत्यधिक तीव्र वेग से होती है अर्थ एसिटिलीन से बेन्जीन का निर्माण तीव्रता से होती है । इस परकर्म में बेन्जीन की उपलब्धि काफी अधिक मात्रा में होनी चाहिए । अतः इस प्रक्रम का प्रयोग प्रयोगात्मक रूप से बेन्जीन के निर्माण के लिए किया जा सकता है ।