दाब में वृद्धि करने पर अभिक्रियाएँ (ii),(iii) तथा(iv) प्रभावित होंगी क्योकिं इनमे मोलों की संख्या परिवर्तित हो रही है चूँकि समीकरण (i) में मोलों की संख्या में कोई परिवर्तन नहीं हो रहा है अतः यह अभिक्रिया दाब वृद्धि के कारण अप्रभावित रहेगी, समीकरण (ii) में मोलों की संख्या में वृद्धि हो रही है अतः अभिक्रिया बायीं दिहसा में जाएगी।
समीकाण (iii) में भी मोलों की संख्या में वृद्धि हो रही है अतः यह भी बायीं दिशा में अग्रसर होगी ।
समीकाण () में भी मोलों की संख्या में कमी हो रही है अतः अभिक्रिया दायी दिशा में जायेगी।