वियोजित `PCI_(5)` के ग्राम-अणुओं की संख्या `=3xx(40)/(100)=1.2`
साम्यवस्था पर `PCI_(5)` के ग्राम-अणुओं की संख्या`=3-1.2=1.8`
अभिक्रिया `PCIhArr PCI_(3)+CI_(3)` के अनुसार `PCI_(3)` के 1 ग्राम-अणु के वियोजन से 1 ग्राम-अणु `PCI_(3)` तथा 1 ग्राम-अणु `CL_(2)` प्राप्त होते है। अतः सायमवस्था पर-
`PCI_(3)` के ग्राम की संख्या `=1.2`
`CI_(2)`के ग्राम की संख्या `=1.2`
मिश्रण का आयतन 4 लीटर है। अतः
`[PCI_(5)]=(1.8)/(4)=0.45`ग्राम-अणु/लीटर
`[PCI_(3)]=(1.2)/(4)=0.03`ग्राम-अणु/लीटर
`[CI_(2)]=(1.2)/(4)=0.3` ग्राम-अणु/लीटर
`:.`साम्य स्थिरांक `K_(c)=([PCI_(3)][CI_(2)])/([PCI_(5)])`
`=(0.3x0.3)/(0.45)` ग्राम-अणु/लीटर `=0.2` ग्राम-अणु/लीटर