वे अभिक्रियाएँ जिनमे अणु या आयन में उपस्थित एक ही तत्व ऑक्सीकृत भी होता है तथा अपचित भी होता है असमानुपातन अभिक्रियाएँ कहलाती है |
असमानुपातन अभिक्रिया में एक ही तत्व की ऑक्सीकरण संख्या बढ़ती भी है तथा घटती भी है |
`2 Cu^(+) to Cu^(2+) + Cu`
ऑक्सीकरण संख्या ` + 1 " " +2 " " 0 `
ऑक्सीकरण संख्या ` 3MnO_(4)^(2-) + 4H^(+) to 2MnO_(4)^(-) + MnO_(2) + 2H_(2)O`
इस प्रकार कॉपर की ऑक्सीकरण संख्या +1 से बढ़ कर +2 हो जाती है, और +1 से घटकर शून्य (0) हो जाती है | इस प्रकार Mn की ऑक्सीकरण संख्या +6 से बढ़कर +7 होती है, और +6 से घट कर +4 होती है |