`[Ni(CN)_(4)]^(2-)` में प्रबल लिगेंड है, जो इलेक्ट्रॉन युग्मन करता है तथा इसमें `dsp^(2)`-संकरण होता है | अतः इसकी आकृति वर्गाकार समतलीय है | सभी इलेक्ट्रॉन युग्मित होने के कारण इसकी प्रकृति प्रतिचुम्बकीय होती है | `[NiCl_(4)]^(2-)" में "Cl^(-)` एक दुर्बल लिगेंड है, जो 3d इलेक्ट्रॉनों को हुण्ड के नियम के विपरीत युग्मित नहीं करता है | इसमें `sp^(3)`-संकरण पाया जाता है, जिसके कारण इसकी आकृति चतुष्फलकीय होती है | इसमें दो अयुग्मित इलेक्ट्रॉन होने के कारण इसकी प्रकृति अनुचुम्बकीय (paramagnetic) होती है |
पूछे गये प्रश्न में सैद्धान्तिक त्रुटि है क्योंकि `CN^(-)` प्रबल लिगेंड है तथा इसकी उपस्थिति में इलेक्ट्रॉनों का युग्मीकरण (pairing) हो जाएगी तथा यौगिक कि ज्यामिति समतली वर्गाकार तथा प्रकृति प्रतिचुम्बकीय होगी | काल्पनिक रूप से इसकी ज्यामिति यदि चतुष्फलकीय मानते है तो इसकी संरचना `(NiCl_(4))^(2-)` के अनुरूप होगी तथा अयुग्मित इलेक्ट्रॉन होने के कारण यह अनुचुम्बकीय होगा |