वस्तु तथा प्रतिबिम्ब दोनों अनन्त ओर हैं अतः दूरदर्शी की आवर्धन क्षमता
`M=-(f_(@))/(f_(e))=-5X`
`f_(@)=5f_(e )" "`…..(1)
इस स्थिति में, अभिदृश्यक तथा नेत्रिका के बीच की दूरी
`L=f_(@)+f_(e )" "`…..(2)
समीकरण (1) व (2) से
`5f_(e )+f_(e )=36` सेमी
अथवा `" " f_(e )=6` सेमी
समीकरण (1) से
`f_(@)=5f_(e )=5xx6=30`सेमी